सेंटर फॉर सिविल सोसायटी द्वारा प्रस्तुत आज़ादी पोडकास्ट के इस एपिसोड में हम चर्चा करेंगे देश में कानूनों की गुणवत्ता और उन्हें सुनिश्चित करने के तरीकों के बारे में I हम जानने की कोशिश करेंगे कि किस प्रकार कुछ प्रक्रियाओं को आत्मसात कर अच्छी नियत के साथ लागू किये गए कानूनों के अवांछनीय परिणामों से बचा जा सकता है I साथ ही हम इस क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर उठाए गए कदमों की भी पड़ताल करेंगें I इस महत्वपूर्ण चर्चा को होस्ट कर रहे हैं आज़ादी.मी के संपादक अविनाश चंद्र और वक्ता हैं थिंक टैंक सेंटर फॉर सिविल सोसायटी की रिसर्च टीम से जुड़े एडवोकेट प्रशांत नारंग और जयना बेदी I

Spontaneous Dialogue Ep 13: Fishes, Fisherfolk, and a Human Rights-based approach
The marine fisheries sector in India is going through a major transformation, with new regulations put in place.