नई दिल्ली। सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी (सीसीएस) ने नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया (नासवी) के सहयोग से स्ट्रीट वेंडर्स (आजीविका की सुरक्षा और स्ट्रीट वेंडिंग के विनियमन) की 10वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में कार्यक्रम किया। यह अधिनियम भारत का ऐतिहासिक कानून है जिसका उद्देश्य सड़क विक्रेताओं, रेहरी-पटरी के विक्रेताओं के अधिकारों और आजीविका की रक्षा करना है।
इस कार्यक्रम में 120 से अधिक विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं, स्ट्रीट वेंडर लीडर और अन्य प्रासंगिक प्रमुख लोगों ने साथ में मिल कर इस क़ानून की उपलब्धियों, चुनौतियों और अधिनियम के कार्यान्वयन के लिए आगे के रास्ते पर विचार किया। भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के निदेशक विपिन पाल सिंह ने कहा कि विक्रेता का उत्पीडन महत्वपूर्ण समस्या है। भारत सरकार लगातार लोगों के सुझावों पर आधारित सुधार की दिशा में प्रयासरत है। इस कार्यक्रम में नासवी के नेशनल को- ओर्डिनेटर अरबिंद सिंह, सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी के सीईओ डॉ. अमित चंद्रा और मधुकर पांडे, अंडर सेक्रेटरी, एमओएचयूए का विशेष संबोधन भी हुआ।
कार्यक्रम में सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी के शशिकांत राय द्वारा निर्देशित एरर 404: जस्टिस डिनाइड नामक लघु-फ़िल्म का एक विशेष प्रीमियर भी किया गया। इसमें सड़क विक्रेताओं के संघर्ष और जीत को रेखांकित करने वाली शक्तिशाली कहानी को प्रदर्शित किया गया। इस डॉक्यूमेंट्री में सड़क विक्रेताओं के जीवन का चित्रण किया गया है, जो उनके रोज़गार से जुड़ी प्रतिदिन की चुनौतियों पर प्रकाश डालता है जिनका वे अक्सर सामना करते हैं।
इस कार्यक्रम के दौरान सीसीएस से प्रोजेक्ट मैनेजर संस्कृति ने संस्था के द्वारा बनायी गयी जीविका ऐप्प और नासवी के कृष्ण कांत और राजीव सिंह ने अपनी संस्था द्वारा प्रस्तावित स्ट्रीट सारथी एप्प के बारे में प्रस्तुतियाँ की। स्ट्रीट सारथी ऐप्प स्ट्रीट वेंडरों के दैनिक कार्यों को सुव्यवस्थित कर उनको सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक तकनीकी उपकरण है, जबकि जीविका ऐप्प के माध्यम से स्ट्रीट वेंडरों को क़ानूनी शिक्षा, जागरूकता और सहायता प्राप्त होती है।
सीसीएस और नासवी ने संयुक्त रूप से अपना विश्वास व्यक्त किया कि यह आयोजन सड़क विक्रेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाएगा। सुरक्षा में अधिनियम की भूमिका के साथ-साथ उनके सामने आने वाली चुनौतियों की अधिक गहन समझ में योगदान देगा।
सीसीएस और नासवी ने अपने बयान के माध्यम से ये अपील की कि इस आयोजन से, हम सार्थक बातचीत को प्रोत्साहित करने और इस जीवंत समुदाय के समर्थन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करने की आकांक्षा रखते हैं। द स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट@10 कार्यक्रम हमारे समाज के महत्वपूर्ण और अक्सर उपेक्षित वर्ग, रेहड़ी-पटरी वालों के लिए सकारात्मक बदलाव लाने के लिए सामूहिक समर्पण की अद्भुत प्रमाणिकता प्रस्तुत करता है।